
Putin India Visit: भारत में रूसी राष्ट्रपति पुतिन को पांच स्तरीय सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. उनके आगमन से लेकर उनके जाने तक हर गतिविधि पर कई सुरक्षा एजेंसियां नजर रखेंगी.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे से पहले दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद सख्त कर दिया गया है. पुतिन दुनिया के सबसे सुरक्षित नेताओं में गिने जाते हैं इसलिए उनकी सुरक्षा में कोई कमी न रहे, इसके लिए भारत और रूस दोनों देशों की एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं. पुतिन का 30 घंटे का ये भारत दौरा बेहद खास माना जा रहा है.
रूसी स्पेशल टीम पहले ही दिल्ली में
पुतिन की सुरक्षा में तैनात रूस की स्पेशल प्रोटेक्शन टीम कुछ दिन पहले ही चुपचाप दिल्ली पहुंच गई है. यह टीम होटल, एयरपोर्ट और मीटिंग वेन्यू की एक-एक जगह की बारीकी से जांच कर रही है. किस कमरे का इस्तेमाल होगा, कौन सा रास्ता चुना जाएगा, किस दरवाजे से एंट्री और किससे एग्ज़िट होगी सब कुछ पहले से तय किया जा चुका है.
पुतिन जहां भी जाते हैं, उनके साथ एक मोबाइल केमिकल लैब भी चलती है जो उनके खाने और पानी की जांच करती है. यही कारण है कि वे लोकल खाना या पानी नहीं लेते. खाना और पानी रूस से ही लाया जाता है और कई स्तर पर जांच के बाद ही उन्हें दिया जाता है. इतना ही नहीं वे अपनी पर्सनल पोर्टेबल टॉयलेट भी साथ रखते हैं, ताकि उनकी व्यक्तिगत मेडिकल जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहे.
दिल्ली में मल्टी-लेयर सुरक्षा तैनात
दिल्ली पुलिस, केंद्रीय एजेंसियां और SPG पूरी तरह अलर्ट पर हैं. VIP रूट्स का ट्रायल लगातार चल रहा है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके. राजधानी के अलग-अलग इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
- सुरक्षा के बड़े इंतजाम
- होटल और मीटिंग वेन्यू पर मल्टी-लेयर सुरक्षा
- ऊंची इमारतों पर स्नाइपर्स
- ड्रोन और एंटी-ड्रोन सिस्टम सक्रिय
- हर सिग्नल और नेटवर्क की तकनीकी मॉनिटरिंग
- हाई-डेफिनिशन कैमरे और फेस रिकग्निशन सिस्टम
- पुलिस कंट्रोल रूम में 24×7 स्पेशल मॉनिटरिंग
पूरी दिल्ली को एक तरह से हाई-सिक्योरिटी जोन में बदल दिया गया है, जिस वजह से ट्रैफिक पर भी असर पड़ेगा. पुतिन के काफिले के रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्ज़न लागू किए जाएंगे. पुलिस कोशिश करेगी कि लोगों को कम से कम दिक्कत हो, लेकिन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी. स्वाट टीम, आतंकवाद-रोधी दस्तों और त्वरित प्रतिक्रिया टीम सहित विशेष इकाइयां राजधानी भर में रणनीतिक स्थानों पर तैनात रहेंगी. ड्रोन, सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी और तकनीकी खुफिया प्रणालियां भी तैनात की जाएंगी
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