शिशिर प्रियदर्शी ने बताया कि सीआरएफ का मोटो है कि चिंतन एक्शन तक जाए, ऐसा एक्शन जो बदलाव लाए. उन्होंने कहा कि परिवर्तन भी ऐसा होना चाहिए जो आम लोगों पर केंद्रित प्रगति का आधार बने.
चिंतन रिसर्च फाउंडेशन (सीआरएफ) के पहले स्थापना दिवस पर उसके प्रेसिडेंट शिशिर प्रियदर्शी ने एक साल की उपलब्धियों के बारे में बताया कि फाउंडेशन ने जितना सोचा था उससे कहीं अधिक हासिल किया है. एक साल में 50 ओपेड और 150 आर्टिकल प्रकाशित किए हैं और सात-आठ बड़े इवेंट कर चुके हैं. यह काफी संतोषजनक और मेहनत भरी यात्रा रही है. हमने प्रयास किया है कि हम बौद्धिक रूप से ईमानदार रहें. हो सकता है हम जो लिखें वह सबसे उचित न हो, उसमें कुछ लोगों के और विचार हों, लेकिन अपने लिए काफी ईमानदार और एडिटोरियल के स्तर पर आत्मनिर्भर रहना चाहते हैं.
#WATCH | Delhi | President of the Chintan Research Foundation, Shishir Priyadarshi says, "At Chintan Research Foundation, there's one thing we tried to imbibe from day one and that is that the most challenging thoughts will lead to the most rewarding destinations...We want to see… pic.twitter.com/B9UkAmC9Jw
— ANI (@ANI) June 19, 2025
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