बादल फटने और सैलाब की तबाही के बाद, उत्तरकाशी के धराली में चारों ओर से मलबे और पानी में घिर गया है. रास्ते टूट चुके हैं, संपर्क कट चुका है, लेकिन राहत और बचाव की कोशिशें पूरी जी-जान से चल रही हैं. भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग — सभी एजेंसियां मिलकर हर जान को बचाने के लिए जी-जान से जुटी हैं.
देहरादून:उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से जो तबाही आई, उसने सबकुछ लील लिया. अब यहां जोरों पर राहत एवं बचाव जारी है, जबकि यहां पहुंचना बेहद मुश्किल हो रहा है. लेकिन इसके बाद भी आईटीबीपी और बाकी टीमें जी-जान से जुटी है, ताकि हर कीमती जान को किसी भी तरह बचाया जा सकें. उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे एक जख्मी रास्ता बन चुका है — जगह-जगह लैंडस्लाइड और सैलाब ने इसे निगल लिया है. कहीं 100 मीटर, तो कहीं 200 मीटर तक सड़कें पूरी तरह बह चुकी हैं. रास्ते पर भूस्खलन की वजह से धराली गाँव का संपर्क पूरी तरह टूट गया. गांव चारों ओर से पानी और मलबे में घिरा है.
उत्तरकाशी के धराली में तबाही, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे ITBP के जवान#Uttarakhand | #Uttarkashi | #cloudburst | #RescueOperation | #Video pic.twitter.com/xyNT0vSG8n
— NDTV India (@ndtvindia) August 6, 2025
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