मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैठक में कहा कि यह कांवड़ यात्रा न केवल श्रद्धा और आस्था का प्रतीक होगी, बल्कि दिल्ली की सुशासन की नई पहचान भी बनेगी.
नई दिल्ली :दिल्ली सरकार ने इस साल कांवड़ यात्रा के दौरान भोले के भक्तों के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को कांवड़ शिविरों की तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और बताया कि इस बार रिकॉर्ड 374 संस्थाओं ने शिविर लगाने के लिए आवेदन किए हैं, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या मात्र 170 थी. मुख्यमंत्री ने सभी आवेदनों को मंजूरी देने की घोषणा करते हुए कहा कि यह लोगों के विश्वास और सरकार की पारदर्शी व्यवस्था का परिणाम है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि पहली बार शिविर स्वीकृति की प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया गया है. सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए आवेदनों को मात्र 48 से 70 घंटों के भीतर स्वीकृति दी गई है, जिससे संस्थाओं को अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़े.
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