राणा सनाउल्लाह ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अगर हस्तक्षेप नहीं करते तो भारत और पाकिस्तान के बीच हालात एक भयानक परमाणु टकराव में बदल सकते थे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के विशेष सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने पहली बार बताया है कि जब नूरखान एयरबेस पर भारत ने मिसाइल दागी तो टॉप लीडरशिप में क्या माहौल था. राणा सनाउल्लाह ने कहा कि जब ब्रह्मोस मिसाइल आकर नूरखान एयरबेस पर गिरी तब टॉप लीडरशिप में बहुत डर का माहौल था और 30-40 सेकेंड के अंदर यह तय करना था कि यह परमाणु हमले का संकेत तो नहीं है.
पाकिस्तान का नूरखान एयरबेस रावलपिंडी में पाक सेना के हेडक्वार्टर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है. इस्लामाबाद इससे सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है. पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर के साथ बात करते हुए राणा सनाउल्लाह ने कहा कि भारत ने जब ब्रह्मोस मिसाइल से नूरखान एयरबेस पर हमला किया और मिसाइल एयरबेस पर आकर गिरी तो पाकिस्तान लीडरशिप के पास सिर्फ 30-40 सेकेंड थे, ये पता करने के लिए कि ये जो ब्रह्मोस मिसाइल आ रही है, इसके साथ कोई एटम बम तो नहीं है.
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