भारतीय इंजीनियर शेरियारजी गोवाडिया ने B-2 स्टील्थ बॉम्बर की प्रोपल्शन सिस्टम यानी इंजन की डिजाइनिंग में मुख्य भूमिका निभाई है.
Who Is Sherarji Gowadia Built US B-2 Stealth Bombers: अमेरिका का B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स एक बेहद ही खास हथियार है. हालांकि, इसको बनाने के पीछे एक भारतीय शख्स का हाथ है, जो मुंबई के एक पारसी परिवार में पैदा हुआ था. इस शख्स का नाम नोशिर शेरियारजी गोवाडिया है, जो 11 अप्रैल 1944 को एक पारसी परिवार में बंबई (अब मुंबई) में हुआ था. वह बेहद प्रतिभाशाली थे. उन्होंने महज 15 साल की उम्र में पीएचडी के समकक्ष डिग्री हासिल कर ली थी. 19 की उम्र में अमेरिका का रुख किया और वहां एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. 1969 में वे अमेरिका के नागरिक बने और अगले ही साल नॉर्थ्रॉप कॉरपोरेशन से जुड़ गए.
नोशिर शेरियारजी गोवाडिया ने B-2 स्टील्थ बॉम्बर की प्रोपल्शन सिस्टम यानी इंजन की डिजाइनिंग में मुख्य भूमिका निभाई है. रडार और इंफ्रारेड से अदृश्य रहने वाली तकनीक को तैयार करने में अहम रोल अदा किया है. उनका कोडनेम ब्लूबेरी मिल्कशेक था. 1981 में नॉर्थ्रॉप को B-2 बॉम्बर का कॉन्ट्रैक्ट मिला. इसका उद्देश्य था एक ऐसा विमान बनाना, जिसे रडार, इन्फ्रारेड और विजुअल सेंसिंग से बचाया जा सके. गोवाडिया का डिजाइन दृश्य, इंफ्रारेड और रडार हस्ताक्षरों को कम से कम शो करता था. यह एक टेक्नोलॉजिकल मिरैकल था, जो अब भी दुनिया के सबसे घातक विमानों में गिना जाता है. उनके इस योगदान ने उन्हें टॉप लेवल क्लासिफाइड क्लीयरेंस, CIA और लॉस एलामोस जैसी संस्थाओं के साथ काम दिया. उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रक्षा सलाहकार के रूप में पहचान दिलाई.
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