जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों के मुताबिक इस बार जमीनी सुरक्षा तैनाती के साथ-साथ हम आकाशीय निगरानी और उन्नत तकनीक का उपयोग कर रहे हैं. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हम हर संभावित स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
श्रीनगर:अमरनाथ यात्रा के शुभारंभ में अब केवल तीन दिन शेष हैं और इसके साथ ही सुरक्षा तैयारियों का अंतिम चरण भी पूरा कर लिया गया है. हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा चुके हैं और बीते कुछ दिनों में कई स्थानों पर मॉक ड्रिल आयोजित कर व्यवस्थाओं की खामियों की पहचान की गई है. अधिकारियों के मुताबिक, इस बार सुरक्षा व्यवस्था पहले से कहीं अधिक व्यापक, तकनीकी और समन्वित है. यात्रा मार्ग पर 10 से अधिक पुलिस अधीक्षक (SP), 15 उपाधीक्षक (DySP) और सैकड़ों अर्धसैनिक बलों व पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि तीर्थयात्रा निर्विघ्न और सुरक्षित रहे.
आतंकवाद विरोधी मुहिम तेज
जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से अनंतनाग जिले में आक्रामक आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए हैं. वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यात्रा मार्ग और आसपास के जंगलों में प्रतिदिन 20 से अधिक तलाशी अभियान संचालित हो रहे हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम कोई जोखिम नहीं उठा सकते. मार्ग के हर इंच पर मानवीय और तकनीकी निगरानी जारी है. सभी संभावित खतरों को पहले ही निष्क्रिय किया जा चुका है.”
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