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Russia Tests New Nuclear Capable Cruise Missile Burevestnik Range Up To America Western Countries In Panic

Russia Tests New Nuclear Capable Cruise Missile Burevestnik Range Up To America Western Countries In Panic

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Russia tests new nuclear missile: रूसी सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल वैलेरी गेरासिमोव ने पुतिन को बताया कि मिसाइल ने 14,000 किलोमीटर (8,700 मील) की दूरी तय की और लगातार 15 घंटे तक उड़ान भरी.

यूक्रेन के खिलाफ जंग के बीच रूस ने एक ऐसी न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण किया है जिसकी रेंज असीमित है और कई महीनों तक आसमान में रह सकती है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुताबिक,  इस मिसाइल ने फिलहाल 14 हजार किलोमीटर की रेंज में 15 घंटे तक उड़ान भरी है. इस दौरान बुरेवेस्तनिक नाम की ये अदृश्य मिसाइल दुनिया की नजरों से पूरी तरह ओझल रही.

15 घंटे उड़ी, 14,000 किलोमीटर का सफर तय किया
रविवार को पुतिन ने रूस-यूक्रेन के रणभूमि का दौरा किया और फील्ड कमांडरों से मुलाकात की. सैनिकों के संबोधित करते हुए पुतिन ने बुरेवेस्तनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण की जानकारी साझा की. पुतिन ने बताया कि रूसी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सेना प्रमुख) वालेरी गेरासिमोव ने जानकारी दी है कि 21 अक्टूबर को मिसाइल ने 14,000 किलोमीटर की दूरी तय की और दुनिया की सभी एयर डिफेंस सिस्टम को मात देने की क्षमता का प्रदर्शन किया. क्योंकि इस मिसाइल को दुनिया की कोई भी रक्षा प्रणाली डिटेक्ट करने में नाकाम साबित हुई.

पुतिन के मुताबिक, दुनिया के किसी भी देश के पास बुरेवेस्तनिक क्रूज मिसाइल जैसी कोई चीज नहीं है, जिसकी मारक क्षमता असीमित है. पुतिन ने कहा कि "बुरेवेस्तनिक क्रूज मिसाइल एक ऐसा हथियार जो परमाणु इंजन से संचालित होता है और जिसकी मारक क्षमता असीमित है." यानी ये मिसाइल दुनिया के किसी भी कोने में परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. हालांकि, रूस ने इस मिसाइल से जुड़ा कोई सबूत पेश नहीं किया है.

पुतिन ने इसे वर्तमान और भविष्य की मिसाइल रक्षा प्रणालियों के लिए "अजेय" बताया है. रूस के दावों की मानें तो यह लगभग अनिश्चित काल तक उड़ सकती है और मध्य-उड़ान में अपनी प्रक्षेपवक्र को बदल सकती है, जिससे अवरोधन अत्यंत कठिन हो जाता है.

पिछले 32 महीनों से यूक्रेन युद्ध जारी है और अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों के मध्यस्थता के बावजूद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रूस ने यूक्रेन के डोनबास (दोनेत्स्क, लुहांस्क, जपोरिजिया और खेरसोन) प्रांत को जीतकर यूक्रेन के करीब 20-25 प्रतिशत इलाके पर कब्जा कर लिया है. हाल के दिनों में रूसी सेना ने यूक्रेन के सुमी और खारकीव प्रांतों में भी आगे बढ़ना शुरु कर दिया है. साथ ही राजधानी कीव में भी मिसाइल अटैक किए हैं. पिछले साढ़े तीन वर्षों में रूस ने अपने आयुध की कई मिसाइल (हाइपरसोनिक इत्यादि) का प्रयोग यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया है.

कैसी है यह मिसाइल – ‘ब्यूरोवेस्टनिक’?
9M730 ब्यूरोवेस्टनिक एक ग्राउंड-लॉन्च्ड, लो-फ्लाइंग क्रूज मिसाइल है, जो परमाणु वारहेड ले जा सकती है और परमाणु रिएक्टर से संचालित होती है. इसकी खासियत यह है कि यह अनलिमिटेड रेंज तक उड़ान भर सकती है, क्योंकि इसे पारंपरिक ईंधन की जरूरत नहीं पड़ती. न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मिसाइल कई दिनों तक हवा में रह सकती है और निचली ऊंचाई पर उड़कर रडार सिस्टम को चकमा दे सकती है. 50 से 100 मीटर की ऊंचाई पर उड़ने से यह दुश्मन की नजरों से लगभग ओझल रहती है. इसे NATO ने SSC-X-9 Skyfall नाम दिया है.

अमेरिका तक मार करने की क्षमता
अंतरराष्ट्रीय रक्षा अध्ययन संस्थान (IISS) के अनुसार, यह मिसाइल 20,000 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है, यानी रूस से दागी गई मिसाइल सीधे अमेरिका के किसी भी हिस्से तक पहुंच सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह मिसाइल 'पूरे अमेरिका को निशाने पर रखने' में सक्षम है, जिसमें वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क और कैलिफोर्निया जैसे शहर भी शामिल हैं.

पश्चिमी देशों की चिंता
कई पश्चिमी विशेषज्ञों ने इस मिसाइल की क्षमता पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि इतनी लंबी दूरी और परमाणु ऊर्जा से उड़ने वाली मिसाइल रेडिएशन फैलाने का खतरा पैदा कर सकती है. इसके अलावा, मिसाइल की धीमी गति इसे आसानी से ट्रैक करने योग्य भी बनाती है. इस मिसाइल के परीक्षण में पहले कई विफलताएं आई हैं.

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, व्हाइट सी में एक परीक्षण के दौरान हुए विस्फोट में पांच रूसी वैज्ञानिकों की मौत हो गई थी. पुतिन ने बाद में उन वैज्ञानिकों की विधवाओं को सम्मानित किया और कहा कि वे 'ऐसे हथियार पर काम कर रहे थे जो दुनिया में बेजोड़ है.' पुतिन ने कहा कि 'ब्यूरोवेस्टनिक रूस की सुरक्षा को नई दिशा देगा' और इसे जल्द ही रक्षा प्रणाली में शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह मिसाइल अगर पूरी तरह तैनात हो गई, तो पूरे अमेरिका की सुरक्षा रणनीति को चुनौती दे सकती है.

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