खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान के बीच डायमर भाषा बांध बनाया जा रहा है, जिसे इमरान खान सरकार में शुरू किया गया था. हालांकि, भारत और स्थानीय लोगों के विरोध के चलते यह बीच में अटका हुआ है.
दुनियाभर में रोना-पीटना मचाने के बाद जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत पर दबाव नहीं बना सका तो पाकिस्तान ने जल भंडारण क्षमता बढ़ाने की योजना बनाई है. अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने संधि को बहाल करने के लिए कई बार गुहार लगाई, लेकिन उसे कोई तवज्जो नहीं मिली.
शहबाज शरीफ ने मंगलवार (1 जुलाई, 2025) को भारत पर पानी को हथियार की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने जल भंडारण क्षमता को बढ़ाने का फैसला किया है. शहबाज शरीफ का कहना है कि डायमर भाषा बांध और अन्य संसाधनों का उपयोग करके गैर-विवादास्पद जल भंडारण क्षमता बनाएंगे.
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