“मेट्रो… इन दिनों” रिश्तों की सच्चाई, शहरों की तनहाई और इंसानी जज्बातों को बेहद सादगी और भावुकता से बयान करती है. साथ ही इसे किसी इंसान के उम्र के अलग पड़ाव में आए रिश्तों की मुश्किलों के तौर पर भी देखा जा सकता है.
“मेट्रो… इन दिनों” रिश्तों की सच्चाई, शहरों की तनहाई और इंसानी जज्बातों को बेहद सादगी और भावुकता से बयान करती है. साथ ही इसे किसी इंसान के उम्र के अलग पड़ाव में आए रिश्तों की मुश्किलों के तौर पर भी देखा जा सकता है.
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