मियाजाकी आम कीमत ही नहीं बल्कि अपने रंग-रूप के कारण दूसरे आमों से अलग है. इसका रंग सूर्योदय की लाली की तरह होता है. साथ ही अपनी असाधारण मिठास इसे बाकी आमों की किस्मों से अलग करती है.
नई दिल्ली :भीषण गर्मी के इस मौसम को कुछ लोगों की दीवानगी आम का मौसम कहती है. बाजार में हर वैरायटी के आम उपलब्ध हैं. दशहरी से अलफॉन्सो और तोतापुरी से केसर तक आम के दीवाने इन्हें चखने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. हालांकि आम की एक किस्म की झारखंड में खूब चर्चा है. आम की यह किस्म मियाजाकी के नाम से जानी जाती है और इस आम को चखने के लिए आपको अच्छी खासी रकम खर्च करनी पड़ सकती है, क्योंकि जापानी किस्म का यह आम दुनिया का सबसे महंगा आम माना जाता है. इसकी कीमत ढाई से तीन लाख रुपये प्रति किलो तक भी हो सकती है.
आम के शौकीनों के लिए अब यह आम झारखंड में उपलब्ध है. यहां के एक किसान ने जून 2024 में 6 हजार रुपये खर्च कर मियाजाकी आम का पौधा मंगवाया था. 74 साल गणेश झा के लगाए इसे आम के पौधे में पहला फल आ गया है और यह करीब 300 ग्राम का हो चुका है. साथ ही देश के अलग-अलग इलाकों इस आम के उत्पादन की कई गंभीर गंभीर कोशिशें की जा रही हैं, जिसमें कुछ लोगों को सफलता भी मिल रही है.
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