आइए जानते हैं अमावस्या तिथि पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन से मंत्र का जाप (amawasya par kya karen mantr jaap) करें.
Ashadh Purnima tithi 2025 : हिन्दू धर्म में आषाढ़ अमावस्या का खास महत्व है. इस दिन पितरों का तर्पण, श्राद्ध, पिंडदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है. अगर आप पितृ दोष से मुक्ति चाहते हैं, तो फिर आप इस दिन तर्पण-अर्पण करके इसका असर कम कर सकते हैं. इस दिन आप पवित्र नदी में स्नान के बाद तर्पण करके पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. इससे साधक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. लेकिन इस साल की आषाढ़ अमावस्या की तारीख को लेकर लोगों में बहुत कंफ्यूजन है. ऐसे में आइए जानते हैं अमावस्या तिथि पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन से मंत्र का जाप (amawasya par kya karen mantr jaap) करें.
रामायण की यह चौपाई है सबसे पावरफुल, हर दिन करिए इसका पाठ, जन्म-जन्मांतर के पाप जाते हैं धुल!
कब है आषाढ़ अमावस्या 2025 - When is Ashadh Amavasya in 2025
पंचांग के अनुसार, 24 जून को सुबह 6 बजकर 59 मिनट से आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि शुरू होगी, जो अगले दिन यानी 25 जून को दोपहर 4 बजे तक रहेगी. ऐसे में आषाढ़ उदयातिथि में 25 जून को मनाई जाएगी.
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