बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस मामले में पिछले साल 22 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी. एलजी वीके सक्सेना ने पिछले महीने 6 मई को एसीबी से जांच कराने की सिफारिश भेजी थी. ACB ने पहली नजर में धन के दुरुपयोग, परियोजना की लागत में वृद्धि से सरकारी खजाने को नुकसान की बात कही है.
नई दिल्ली:आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और सतेंद्र जैन की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. राजधानी के अस्पतालों में परियोजनाओं में देरी और लागत में वृद्धि के मामले की अब एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) जांच करेगी. इस सिलसिले में एलजी वीके सक्सेना की सिफारिश पर जांच कराने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है.
ACB कथित अस्पताल घोटाले को लेकर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सतेंद्र जैन के खिलाफ जांच करेगी. बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस मामले में पिछले साल 22 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई थी. एलजी वीके सक्सेना ने पिछले महीने 6 मई को एसीबी से जांच कराने की सिफारिश भेजी थी.
सौरभ भारद्वाज और सतेंद्र जैन की जांच के मामले में कहा गया है कि इस मामले में 24 अस्पतालों की परियोजना की लागत में भारी वृद्धि हुई है. 6800 बेड क्षमता वाले 7 ICU बनाने के लिए 1125 करोड़ की मंजूरी दी गई थी.
प्राथमिक जांच में पता चला कि तीन साल बाद केवल 50 फ़ीसदी काम हुआ है. वहीं 94 पॉलिक्लिनिक में केवल 52 ही बन पाए लेकिन लागत 220 करोड़ तक बढ़ गई. ACB ने पहली नज़र में धन के दुरुपयोग, परियोजना की लागत में वृद्धि से सरकारी ख़ज़ाने को नुक़सान की बात कही है.
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