केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नए प्रमुख के नाम के चयन को लेकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे.
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नए प्रमुख के नाम के चयन को लेकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंचे. जानकारी के अनुसार सीबीआई प्रमुख के चयन के लिए गठित समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई संजीव खन्ना और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल हैं. सीबीआई प्रमुख का कार्यकाल दो साल का है, जिसे बढ़ाकर 5 साल तक किया जा सकता है. सीबीआई के मौजूदा निदेशक प्रवीण सूद का कार्यकाल इसी महीने 25 मई को समाप्त हो रहा है.
कौन हैं सीबीआई चीफ प्रवीण सूद?
प्रवीण सूद का जन्म साल 1964 में हिमाचल प्रदेश में हुआ. आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएट प्रवीण सूद 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. साल 1989 में वो मैसूर के सहायक पुलिस अधीक्षक बने थे. उसके बाद वो बेल्लारी और रायचूर के पुलिस अधीक्षक (SP) भी रहे.
इन सबके अलावा प्रवीण सूद मॉरीशस में पुलिस सलाहकार के पद भी रहे हैं. 2011 में उन्होंने बेंगलुरू ट्रैफिक पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के रूप में काम किया. प्रवीण सूद को साल 1996 में सेवा में
उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक, 2002 में पुलिस पदक मिला. साल 2011 में राष्ट्रपति ने उन्हें पुलिस पदक से सम्मानित किया.
कर्नाटक कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से रही है तल्खी
सीबीआई चीफ प्रवीण सूद और कर्नाटक कांग्रेस के बड़े नेता डीके शिवकुमार की तल्खी किसी से छिपी नहीं है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने प्रवीण सूद के बारे में एक बार कहा था कि वो इस पद के लायक नहीं हैं. इसके अलावी डीके शिवकुमार ने उन पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था. डीके शिवकुमार ने प्रवीण सूद को लेकर उस दौरान कहा था कि वो भले ही डीजीपी हों, लेकिन उनका काम बीजेपी कार्यकर्ता के समान है. कांग्रेस नेता ने उन पर 25 पार्टी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया था. डीके शिवकुमार ने यहां तक कह दिया था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रवीण सूद के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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