Opposition Protest Against Waqf Act: हैदराबाद में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए और विपक्ष की ओर से कांग्रेस, बीआरएस, डीएमके, वाईएसआर कांग्रेस और एआईएमआईएम के नेता शामिल हुए.
Protest Against Waqf Act: संसद से पारित हुए वक्फ एक्ट को लेकर कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. साथ ही इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चल रही है. ताजा घटनाक्रम में हैदराबाद में रविवार (19 अप्रैल, 2025) की रात को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक महासभा आयोजित की, जिसे एआईएमआईएम का समर्थन मिला. इस महासभा में लगातार विरोध प्रदर्शन की घोषणा की गई.
इस दौरान ये भी घोषणा की गई है कि 30 अप्रैल, 2025 को ब्लैकआउट विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें रात 9 बजे घरों की सभी लाइटें बंद रहेंगी. हैदराबाद में एआईएमआईएम के मुख्यालय दारुस्सलाम में आयोजित वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ जनसभा में बत्ती गुल विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया. इस बैठक में कांग्रेस, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस), वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) समेत कई पार्टियों के सदस्य और हजारों लोग शामिल हुए.
‘मुसलमानों को खत्म करने वाली ताकतों के खिलाफ आंदोलन’
हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह आंदोलन उन ताकतों के खिलाफ है जो हमें खत्म करना चाहती हैं, लेकिन हम आगे भी बढ़ते रहेंगे. उन्होंने कहा, "हमें बांटने और तोड़ने की कोशिश करने वाली ये ताकतें धराशायी हो जाएंगी. हम अपना सिर नहीं झुकाएंगे. जब मैंने संसद में कानून फाड़ा तो मैंने ऐसा दूसरे धर्मों के उन सभी भाइयों और बहनों की ओर से भी किया, जो इसी तरह के क्रूर कानूनों से प्रभावित होंगे."
18 मई को की जाएगी राउंड-टेबल मीटिंग
इस महासभा में 18 मई को शहर स्तर पर राउंड-टेबल मीटिंग आयोजित करने और बाद में सभी जिलों में इसी तरह की बैठकें आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया. एआईएमपीएलबी ने कहा, "स्थानीय अल्पसंख्यक नेताओं और धर्मनिरपेक्ष प्रतिनिधियों को इन बैठकों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए." 22 मई को हैदराबाद के ईदगाह बिलाली हॉकी ग्राउंड में महिलाओं की एक सार्वजनिक सभा आयोजित की जाएगी.
25 मई को हैदराबाद में दोपहर 2 बजे से 2.30 बजे तक ह्यूमन चेन बनाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और 1 जून को धरना दिया जाएगा. AIMPLB नेतृत्व ने रविवार को घोषणा की, "स्थानीय नेतृत्व के परामर्श से आंध्र और तेलंगाना के जिलों में सार्वजनिक बैठकें आयोजित की जाएंगी."
‘कितना खतरनाक है ये कानून’
एआईएमपीएलबी के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने कहा, "हमें अदालतों पर भरोसा है कि इस कानून पर रोक लगेगी. ऐसे लोग हैं जिन्होंने वक्फ संपत्ति पर अतिक्रमण किया है और इस कानून ने वक्फ संपत्ति को फिर से हासिल करना असंभव बना दिया है." उन्होंने कहा कि यह कानून मुसलमानों को उनकी अपनी संपत्ति पर केवल विजिटर बना देगा. रहमानी ने कहा, “मक्का मस्जिद से लेकर किसी भी मस्जिद को गैर-वक्फ संपत्ति माना जा सकता है. आप संपत्ति देखने के लिए एक पर्यटक के रूप में आ सकते हैं. यह कानून कितना खतरनाक है?”
‘दाऊदी बोहरा कम्युनिटी नहीं कर रही कानून का समर्थन’
ओवैसी ने कहा कि दाऊदी बोहरा समुदाय कानून का समर्थन नहीं कर रहा है, जबकि बीजेपी दावा कर रही है कि ये समुदाय समर्थन कर रहा है. ओवैसी ने कहा, "समुदाय ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सामने कहा था कि वे वक्फ अधिनियम का समर्थन नहीं करेंगे." उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी नेताओं ने समुदाय को गुमराह किया है और गलत तरीके से पेश किया है.
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